फरार IPS आदित्य के एंटी सिपेट्री बेल पर फैसला सुरक्षित:करीब सवा घंटे तक कोर्ट में चली सुनवाई, स्पेशल पीपी ने किया विरोध

फरार व निलंबित IPS आदित्य कुमार की एंटी सिपेट्री बेल पिटीशन पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। करीब सवा घंटे से भी अधिक देरी तक कोर्ट में बहस चली। सीनियर वकील एसडी संजय ने सबसे पहले आदित्य कुमार का पक्ष रखा। कोर्ट से उनकी एंटी सिपेट्री बेल पिटीशन को मंजूर करने की अपील की। करीब एक घंटे तक इन्होंने अपनी बातों को रखा। जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की तरफ से स्पेशल PP ने आदित्य कुमार को एंटी सिपेट्री बेल दिए जाने का विरोध किया।

स्पेशल PP ने ADJ-21 राज विजय सिंह की कोर्ट के समक्ष आज सील पैक केस डायरी को रखा। साथ कोर्ट को बताया कि केस डायरी के अंदर बहुत सारे चैट हैं। ये चैट किसी और के नहीं, बल्कि फरार व निलंबित IPS आदित्य कुमार के हैं। केस डायरी पढ़ने से ही उनके द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की बात स्पष्ट हो जाएगी। इस लिए कोर्ट से उन्होंने पहले केस डायरी को पढ़ लेने की अपील की। सूत्र बताते हैं कि करीब 800 पन्ने की केस डायरी आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से कोर्ट में जमा किया गया है।

दावा किया जा रहा है कि फर्जीवाड़ा के मामले में आदित्य कुमार के खिलाफ कुछ ठोस सबूत हैं।आज शाम या कल आ सकता है फैसलाआदित्य कुमार के वकील एसडी संजय के मुताबिक कोर्ट ने आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से पेश हुए स्पेशल PP की अपील को मान लिया। इस कारण आज सुनवाई के दौरान अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। हालांकि, आज भी एसडी संजय ने DGP संजीव कुमार सिंघल के खिलाफ कोर्ट में सवाल खड़ा किया। सीधे तौर पर कहा कि शुरुआती कॉल में ही उन्होंने क्यों नहीं पहचाना कि कॉल करने वाला सच में चीफ जस्टिस हैं या फिर कोई फर्जी इंसान? इनके अनुसार केस डायरी पढ़ने के बाद आज शाम तक या फिर शनिवार को इस मामले में फैसला आ सकता है।

पटना हाई कोर्ट चीफ जस्टिस के नाम पर DGP को 40 से 50 बार कॉल किया था। उनसे IPS आदित्य कुमार के खिलाफ गया के फतेहपुर थाना में दर्ज हुए शराब कांड को खत्म कराने के लिए पैरवी की गई थी। इसी मामले में आदित्य कुमार नामजद आरोपी हैं। केस दर्ज होने के बाद से ही वो फरार हैं। आर्थिक अपराध इकाई केस दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही है।

Source – Danik Bhaskar

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