बिहार का बच्चा-बच्चा अवगत है कि पूर्व सांसद आनंद मोहन जी पूरी तरह निर्दोष हैं :-चेतन आनंद

बिहार का बच्चा-बच्चा अवगत है कि स्व. डीएम जी कृष्णैया मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन पूरी तरह निर्दोष हैं। बिहार का कोई ऐसा नेता नहीं बचा है जो समय-समय पर इस सच्चाई का बयान न किया हो। स्वयं सी एम नीतीश कुमार जी कई बार उन्हें निर्दोष बताते हुए सार्वजनिक मंचों से उनकी रिहाई की घोषणा कर चुके हैं। लेकिन जब पिछले दिनों मैंने प्रतिपक्ष के दो दर्जन से अधिक विधायकों द्वारा बिहार विधान सभा में इस मामले में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया तो जवाब में पहली बार राज्य सरकार की मंशा स्पष्ट हो गई कि वह अब तक लोगों से लगातार झूठ बोल कर गुमराह कर रही थी।
उक्त बातें आज यहां अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शिवहर विधायक चेतन आनंद ने कही। संवाददाता सम्मेलन में विधायक चेतन आनंद के साथ पवन राठौर भी थे।

तीन मोर्चो पर संघर्ष का निर्णय लिया है
आगे चेतन आनंद ने बताया कि हमने इस अन्यायपूर्ण साजिश के विरुद्ध तीन मोर्चो पर संघर्ष का निर्णय लिया है- कोर्ट , सदन और सड़क ।
कोर्ट के स्तर पर तो हमारी तैयारियां चल ही रही हैं, लेकिन सभी जानते हैं लोकतंत्र में सबसे बड़ी अदालत जनता की अदालत है। इसी आशय को लेकर पिछले नवंबर 21 में ही ‘फ्रेंड्स ऑफ आनंद’ ने यह घोषणा की थी कि वह समान विचार धारा वाले संगठनों, पार्टियों और देश भर के लाखों आनंद समर्थकों के साथ आर-पार के संघर्ष का आगाज करेगा और इसकी जोरदार शुरुआत महाराणा प्रताप पुण्यतिथि पखवाड़ा 29 जनवरी 2022 को पटना में पूर्व घोषित ‘सिंह गर्जना रैली’ से होगी। विदित हो कि इसे लेकर मैंने अपनी मां पूर्व सांसद लवली आनंद और छोटी बहन एडवॉकेट सुरभि आनंद के साथ व्यक्तिगत तौर पर देश भर में घूम- घूम कर बड़े पैमाने पर लोगों को न्योता भी दिया था।
आनंद मोहन के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध जहां लोगों में काफी गुस्सा है, वहीं सिंह गर्जना रैली को लेकर आम लोगों में भारी उत्साह भी।
परंतु इस अन्याय पूर्ण साजिश के खिलाफ देश भर में उभरे आक्रोश से घबराई राज्य सरकार ने कोरोना के बहाने पहले तो 21 जनवरी तक लॉक डाउन और रात्रि कर्फ्यू की घोषणा की और अब जब कोरोना की कथित तीसरी लहर थम सी गई थी और ओमिक्रोन से मौत की दर शून्य प्रतिशत है तो अचानक 6 फरवरी 2022 तक इसकी अवधि विस्तार कर जनाक्रोश के विस्फोट को रोकने की निष्फल कोशिश की है।
परंतु इन सरकारी साजिशों से न तो हमारे संकल्प टूटने वाले हैं और न ही हमारे इरादे डगमगाने वाले हैं।
हम रुकावटों में भी अपने दृढ़ निश्चय का विस्तार करेंगे और पहले से भी दुगुनी ताकत से रैली की ऐतिहासिक सफलता सुनिश्चित करने में जुटेंगे।
इसी उद्देश्य को लेकर कल साथियों से अगली योजना पर रायशुमारी हेतु देश भर में कई महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। जिसमें मुख्यत: तीन निर्णय उभरकर सामने आए हैं –

  • राज्य सरकार द्वारा ‘लॉक डाउन’ की अवधि 6 फरवरी तक बढ़ाए जाने के कारण अब ‘सिंह गर्जना रैली’ पटना में कुंवर सिंह विजयोत्सव दिवस 23 अप्रैल 2022 को होगी।
  • पूर्व सांसद आनंद मोहन जी के जन्म दिवस पर आगामी 28 जनवरी 22 को उनकी रिहाई को लेकर सोसल साइट पर ‘ट्वीटर ट्रैंड’ और संध्या में गरीबों के बीच कंबल और गर्म वस्त्रों का वितरण होगा।
  • और आगामी 29 जनवरी 22 को रैली के पूर्व निर्धारित मुद्दों को लेकर देश भर में ‘वर्चुअल’ मीटिंगें होंगी।
    मुख्य मुद्दे हैं –
  • अपनी पूर्व घोषणा के अनुरूप बिहार सरकार राजधानी पटना के मुख्य चौराहे पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की अश्वारोही प्रतिमा स्थापित करे।
  • प्रताप जयंती या पुण्य तिथि पर एक दिवसीय अवकाश की घोषणा करे।
    *और पूर्व सांसद श्री आनंद मोहन जी को ससम्मान रिहा करे।

Patna Desk:

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